Dil Apna Aur Preet Parai (1960)
Lata Mangeshkar
Music: Shankar Jaikishan
Raj Kumar, Meena Kumari
दिल अपना और प्रीत पराई
किस ने है ये रीत बनाई
आँधी में एक दीप जलाया
और पानी में आग लगाई
है दर्द ऐसा के सहना है मुश्किल
दुनियावालों से कहना है मुश्किल
घिर के आया है तूफ़ान ऐसा
बच के साहिल पे रहना है मुश्किल
दिल को संभाला न दामन बचाया
फ़ैली जब आग तब होश आया
गम के मारे पुकारे किसे हम
हम से बिछड़ा हमारा ही साया